कुमार विश्‍वास ने कहा, ‘आप सोचिए, मेरे से असुरक्षा किसे महसूस हो रही है…’ (इशारा : केजरीवाल)

कुमार विश्वास, अपनी छवि के अनुरूप, शायराना अंदाज़ में ही अपनी तकलीफ भी बांट रहे हैं कि कैसे राजनीति की दुनिया में उनके अगले तार्किक कदम – राज्यसभा सदस्यता पाना – को नाकाम करने की कोशिश की जा रही है. कुमार विश्वास का मानना है कि वह हमेशा ब्राइड्समेड (दुल्हन की सहेली) ही बने रहे, कभी दुल्हन नहीं बने, और इसी के सबूत के तौर पर वह कहते हैं, “मैं इंसान हूं, मेरी भी महत्वाकांक्षाएं हैं… मैं और बड़ी संख्या में मेरे समर्थक मानते हैं कि मुझे राज्यसभा में पहुंचना…

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इस बार की राह इतनी आसन नहीं होगी शिवराज के लिये

“डॉ नीलम महेंद्र की कलम से” इस बार की राह इतनी आसन नहीं होगी शिवराज के लिये!! भारतीय जनता पार्टी पहली बार 5 मार्च 1990 में भोजपुर विधायक सुन्दर लाल पटवा ने मध्यप्रदेश का कमान 15 मई 1992 त्क संभाली लेकिन 16 दिसम्बर से 6 दिसम्बर तक राष्ट्रपति शासन के अधीन रहा. 8 दिसम्बर 2003 से 23 अगस्त 2004 तक मलहारा के विधायक उमा भारती की नेतृत्व में सरकार चली. 23 अगस्त 2004 से 29 नवम्बर 2005 गोविंदपुरा विधायक बाबुलाल गौर ने मध्यप्रदेश का दिशा निर्देशन किया. विदिशा के विधायक…

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