चीनी कंपनी हुवै 5जी की रेस से बाहर हो सकती है!

हुवै के संस्थापक के पीएलए से संबंध के कारण इसका भारत में विरोध तेज हो गया है. अब मोदी सरकार इस 5जी से रेस से बाहर करने पर वितार कर रही है.

नई दिल्ली: चीन के 59 एप पर बैन लगाने के बाद मोदी सरकार चीन को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी में है. भारत में 5G सेवाओं के लिए चीन के हुवै (Huawei) कंपनी बड़ी दावेदार है. भारत ने फिलहाल 5G की नीलामी को एक साल के लिए टाल लिया है. पिछले साल हुवै को 5G ट्रायल में भाग लेने की अनुमति दी गई थी. अब मोदी सरकार इस कंपनी को 5G की नीलामी में बैन कर सकती है.

अमेरिका ने पहले ही लगाई पाबंदी
हुवै के उत्पादों पर अमेरिका मई 2021 तक के लिए पहले ही पाबंदी लगा चुका है. अमेरिका अन्य देशों पर दवाब डाल रहा है कि वह भी हुवै को अपने देशों से बाहर रखे. मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में भी यह फैसला उठा. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद , विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल शामिल हुए.

हुवै पर लग सकता है बैन
भारत में पिछले काफी समय से हुवै का विरोध हो रहा है. सीमा विवाद के बाद से यह विरोध और बढ़ गया है. हुवै के पीएलए संस्थापक के साथ रिश्ते भी बताए जा रहे हैं. दूसरी तरफ भारत में सुरक्षा कारणों से हुवै को लेकर चिंता जताई गई है. वहीं सिंगापुर में 5G की दौड़ से हुवै बाहर हो चुका है. वहां नोकिया और एरिक्सन को मौका मिला है. अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में सुरक्षा कारणों के मद्देनजर हुवै को ट्रायल से बाहर रखा गया था. माना जा रहा है कि भारत सरकार भी हुवै पर कार्रवाई कर सकती है.

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