नई दिल्ली: Hockey World Cup 2023: पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2023 (Hockey World Cup 2023) का अहम मुकाबला रविवार को भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच खेला गया. इस मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम ने 5-4 से जीत दर्ज कर टीम इंडिया को वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया. भारत को हराने के बाद न्यूजीलैंड ने अब क्वार्टर फाइनल में एंट्री ले ली है. दोनों टीमों के बीच काफी रोमांचक मुकाबला खेला गया. लेकिन पेनल्टी शूटआउट में न्यूजीलैंड ने शानदार खेल दिखाते हुए जीतने में सफल हुई. इसी के साथ भारत का हॉकी वर्ल्ड कप 2023 का सफर भी खत्म हुआ और 48 साल बाद गोल्ड मेडल जीतने का सपना भी टूट गया.
ऐसे वर्ल्ड कप से बाहर हुआ भारत
आपको बता दें कि फर्स्ट फोर क्वार्टर में दोनों टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. पहले क्वार्टर में दोनों टीमें गोल दागने में असफल रही. लेकिन दूसरे क्वार्टर में टीम इंडिया (Team India) ने दो और न्यूजीलैंड ने एक गोल स्कोर किए. तीसरे क्वार्टर में दोनों टीम बराबरी पर रहीं. दोनों टीम ने 1-1 गोल दागने में सफलता हासिल की. फोर्थ क्वार्टर में न्यूजीलैंड की टीम ने एक गोल किया. ऐसे में मुकाबले के तय समय में दोनों टीमें 3-3 पर बराबरी पर रही.
तय समय में दोनों टीम के बराबरी पर रहने पर शूटआउट हुआ. शूटआउट मुकाबले को 5-4 से कीवी टीम जीतकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की करने में सफल हो गई. इस तरह से टीम इंडिया का 48 साल बाद अपनी सरजमीं पर वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया.
टीम इंडिया से कहां हुई चूक
हॉकी वर्ल्ड कप में भारत ने अपना तीसरा मुकाबला वेल्स के खिलाफ खेला था. इस मुकाबले में भारतीय टीम ने 4-2 से जीत हासिल की थी. वर्ल्ड कप का अपना तीसरा मुकाबला जीतने के बाद भी टीम इंडिया सीधे तौर पर वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंच पाई. भारत को क्वार्टर फाइनल में सीधे पहुंचने के लिए वेल्स को 8-0 से हराना था पर ऐसा नहीं कर पाया. दरअसल, ग्रुप में टॉप करने वाली टीम को सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह मिलती है. भारत के पूल-डी में इंग्लैंड टॉप पर थी. ऐसे में क्वार्टर फाइनल फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर खेलना पड़ा और हार का सामना करना पड़ा. अगर टीम इंडिया ग्रुप-स्टेज में टॉप पर रहती तो वह सीधे क्वार्टर फाइनल में एंट्री मार लेती.
48 साल बाद फिर टूटा वर्ल्ड कप का सपना
बता दें कि हॉकी वर्ल्ड कप की शुरुआत साल 1971 में हुआ था. उस साल भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज मेडल को अपने नाम किया था. उसके बाद भारत ने साल 1973 में उपविजेता रहा. इसके बाद साल 1975 में भारतीय टीम ने मलेशिया में खेले गए फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर पहली बार चैंपियन बना था. उसके बाद से भारतीय टीम ने एक भी बार गोल्ड मेडल नहीं जीता है. भारत का इस बार अपने घर में वर्ल्ड कप जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया.
भारत इससे पहले 3 बार वर्ल्ड कप की मेजबानी कर चुका है. इससे पहले भारत ने साल 1982, 2010 और साल 2018 में हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी कर चुका है. वर्ल्ड कप में लगातार दूसरी बार मेजबानी करने वाला भारत पहला देश है.
पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन
साल | स्थान | मेजबानी देश |
1971 | तीसरा | स्पेन |
1973 | रनर-अप (दूसरा) | नीदरलैंड |
1975 | चैंपियन (पहला) | मलेशिया |
1978 | 6वां | अर्जेंटीना |
1982 | 5वां | भारत |
1986 | 12वां | इंग्लैंड |
1990 | 10वां | पाकिस्तान |
1994 | 5वां | ऑस्ट्रेलिया |
1998 | 9वां | नीदरलैंड |
2002 | 10वां | मलेशिया |
2006 | 11वां | जर्मनी |
2010 | 8वां | भारत |
2014 | 9वां | नीदरलैंड |
2018 | 6वां | भारत |
2023 | TBD | भारत |
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