पाकिस्तान सेना परमाणु बम ‘पहले इस्तेमाल न करने’ की कोई नीति नहीं

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 (Article 370) के अधिकतर खंडों को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के निर्णय के बाद भारत और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच तनाव बढ़ा हुआ है.

कश्मीर (Kashmir) के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) अतंरराष्ट्रीय मंच पर अकेला पड़ गया है. अब जब दुनिया यह मान चुकी है कि कश्मीर भारत का अपना निजी मामला है तो पाकिस्तान की बौखलाहट हर रोज सामने आ रही है. लिहाजा तकरीबन हर रोज पाकिस्तान का कोई न कोई नेता या फिर सेना का अधिकारी भारत को धमकियां दे रहा है. अब पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर (Asif Ghafoor) ने जंग की धमकी है.

कश्मीरियों के साथ पूरा पाकिस्तान

आसिफ गफूर ने बुधवार को कहा कि वो आखिरी दम तक पाकिस्तान के लिए लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘कश्मीरियों के साथ पूरा पाकिस्तान खड़ा है. कश्मीर के लोग अपनी आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं और उसे आतंकवाद का नाम दिया जा रहा है. हम आखिरी सैनिक और आखिरी सांसों तक कश्मीर के लिए लड़ते रहेंगे.’

परमाणु हथियारों का इस्तेमाल

पाकिस्तानी सेना ने यह भी साफ किया कि परमाणु हथियारों को लेकर वो ‘पहले इस्तेमाल नहीं करने’ की किसी नीति का पालन नहीं करती. मेजर जनरल आसिफ गफूर से प्रेस कॉन्फेंस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पिछले महीने उस बयान के बारे में सवाल किया गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत की परमाणु हथियार नीति में बड़ा बदलाव हो सकता है जिसके तहत भविष्य में ‘पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति’ छोड़ी जा सकती है.

पहले हमले के बाद दूसरा हमला हो सकता है

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ‘पहले इस्तेमाल नहीं करने’ की कोई नीति नहीं है… हमारे हथियार प्रतिरोध के लिए हैं. जहां तक भारत का सवाल है तो कोई नीति तैयार करना उन पर है.’ गफूर की ये टिप्पणी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की उस टिप्पणी के कुछ दिन बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका देश भारत के साथ कभी कोई युद्ध शुरू नहीं करेगा. खान की यह टिप्पणी ऐसे समय आयी थी जब कश्मीर मुद्दे को लेकर दो परमाणु शक्तियों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है. गफूर ने कहा कि पहले हमले के बाद दूसरा हमला हो सकता है.

बता दें कि भारत द्वारा पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर खंडों को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के निर्णय के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है.

    Related posts

    Leave a Comment