कल है हनुमान जयंती: 430 वर्ष बाद बन रहे अद्भुत संयोग

इस बार आठ अप्रैल को हनुमान जयंती है। ज्योतिषियों के अनुसार चैत्र पूर्णिमा पर हस्त नक्षत्र, बालव करण, व्यतिपात योग व आनंद योग, सिद्धयोग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग हैं। इस हनुमान जयंती पर इस प्रकार के योग 430 वर्ष बाद आ रहे हैं।

सिद्धपीठ हनुमान मंदिर बुढ़ाना गेट के प्रबंधक गौरव पाठक ने बताया कि वैसे तो हमेशा ही विशेष फलदायी होती ही है लेकिन हनुमान जयंती के दिन सुंदरकांड का पाठ तथा हनुमान चालीसा का जाप विशेष फलदायी है।

ज्योतिषविद् भारत ज्ञान भूषण कहते हैं कि भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी को हुआ। इसके पांच दिन बाद उनकी सेवा के लिए भगवान शिव का ग्यारहवां रुद्रावतार हनुमान जी के रूप में चैत्र शुक्ल पूर्णिमा पर प्राकट्य हुए। ऐसे राम भक्त हनुमान की जयंती ब्रह्मचर्यपूर्वक राम, सीता, हनुमान का जाप करते हुए हनुमान जी के चरित्र का बखान कीर्तन करते हुए करनी चाहिए।

महाबलि की विशेष कृपा को यह करें विशेष

– हनुमान जी की पूजा प्रातः ही करें।

-सिंदूर का अथवा लाल कपड़े का चोला प्रातः ही चढ़ाएं।

– हनुमान जी को पुरुष वाचक पुष्प जैसे गेंदा, हजारा, कनेर, गुलाब आदि ही चढ़ाएं।

– स्त्रीवाचक फूलों को जैसे जूही, चमेली, चम्पा, बेला आदि न चढ़ाएं।

– प्रसाद के रूप में मालपुआ, लड्डू, हलुआ, चूरमा, केला, अमरूद आदि का भोग लगाएं।

– गाय के घी के दीपक को अर्पित करें।

– दोपहर तक कोई भी नमकीन चीज न खाएं।

– ऊर्जा उत्साह और बल प्राप्त करने के लिए हनुमान चालीसा, सुंदर काण्ड का पाठ करें।

– पूजन में लाल व पीले वस्त्र, केसरयुक्त चंदन, मूंज की यज्ञोपवीत, विशेष शुभ प्रभावी होते हैं।

बुधवार को चैत्र शुक्ल पक्ष पूर्णिमा 8अप्रैल को हनुमान जयंती है। यह देशभर में मनाई जाती है।  इसी दिन स्नान-दान की पूर्णिमा है। इसके अलावा 11 अप्रैल कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का गणेश चतुर्थी व्रत है। इस व्रत रख महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं।  वहीं 12 अप्रैल को सिख धर्म के 9वें गुरु तेगबहादुर की जयंती है। यहां पढ़ें इस सप्ताह के व्रत और त्योहार:

8 अप्रैल, बुधवार – चैत्र पूर्णिमा, हनुमान जयंती 

9 अप्रैल, गुरुवार –  वैशाख माह का आरंभ 

10 अप्रैल गुड फ्राईडे: गुड फ्राइडे को ‘होली फ्राइडे’, ‘ब्लैक फ्राइडे’ और ग्रेट फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता हैं। 

10 अप्रैल श्री पंचमी: चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को ‘लक्ष्मी पंचमी’ मनाई जाती है।

11 अप्रैल, शनिवार – गणेश चतुर्थी 

12 अप्रैल, रविवार –  पंचमी, गुरु तेगबहादुर जयंती

14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती है

 

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