देश में घरेलू उड़ानें: आज से-क्वारंटाइन पर उलझनें दूर

देश में दो माह बाद घरेलू उड़ानों का परिचालन सोमवार (25 मई) से शुरू होने के पहले केंद्र ने हवाईयात्रियों को क्वारंटाइन किए जाने के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट कर दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार (24 मई) को गाइडलाइन जारी कर कहा कि राज्य यात्रियों को क्वारंटाइन करने के नियम खुद तय कर सकते हैं। मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों, ट्रेन और बस यात्रा के लिए क्वारंटाइन गाइडलाइन जारी कर राज्यों और हवाई यात्रियों की मुश्किलें काफी हद तक दूर कर दीं। इसमें कहा गया है कि यात्रा की समाप्ति पर अगर यात्रियों में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तभी उन्हें क्वारंटाइन किया जाए। लेकिन राज्य चाहें तो इसमें बदलाव कर स्वयं निर्णय ले सकते हैं किन्हें क्वारंटाइन करना है, किन्हें नहीं या फिर सभी यात्रियों को क्वारंटाइन करना है। राज्य सरकारें अपनी जरूरत के हिसाब से क्वारंटाइन और आइसोलेशन के प्रोटोकाल तय कर सकती है।

हालांकि कोलकाता हवाई अड्डों पर उड़ानों को लेकर ऊहापोह की स्थिति रही, जबकि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सोमवार (25 मई) से 25 दैनिक उड़ानों की शुरुआत होगी। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने रविवार को इसकी जानकारी दी। दिलचस्प बात यह है कि राकांपा नेता मलिक के इस बयान से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर परिचालन फिर से शुरू करने के लिये नागरिक उड्डयन मंत्रालय से और समय मांगा है। मलिक ने समाचार चैनलों से कहा, “मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सोमवार से दैनिक आधार पर 25 उड़ानों का संचालन करेगा। उड़ानों की संख्या में लगातार वृद्धि होगी।”

लंबी बैठकों के बाद राज्यों को मनाने में सफल रहे पुरी
रविवार (24 मई) दोपहर तक यह तय नहीं था कि देश के व्यस्ततम हवाई अड्डों में शुमार मुंबई, कोलकाता और चेन्नई से विमानों की आवाजाही शुरू हो पाएगी या नहीं। हालांकि केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अधिकारियों की अगुवाई कर राज्यों को मनाने की कमान संभाली और देर शाम तक बैठकों के लंबे दौर के बाद सभी सरकारों को मना लिया गया। पुरी ने खुद रविवार रात को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्यों के संदेहों को दूर करने के लिए बैठकों का लंबा दौर चला। नागर विमानन मंत्रालय के कार्यालय में राज्यों के प्रतिनिधियों, एय़रलाइन और हवाई अड्डों के निदेशकों के बीच कई दौर का विचार-विमर्श हुआ।

पुरी ने कहा कि महाराष्ट्र में सीमित संख्या में उड़ानों की आवाजाही शुरू होगी। चेन्नई ने भी इसकी स्वीकृति दे दी। बंगाल को भी तीन दिन की मोहलत देकर 28 मई से कोलकाता और बागडोगरा से उड़ानें शुरू करने को मना लिया गया। आंध्र के विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम एयरपोर्ट से भी एक दिन बाद यानी 26 मई से सीमित संख्या में विमानों की आवाजाही हो सकेगी। हैदराबाद रोज 30 उड़ानों का संचालन करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चेन्नई से अधिकतम 25 उड़ानें होंगी, हालांकि तमिलनाडु के अन्य हवाई अड्डों पर उड़ानों की संख्या की कोई पाबंदी नहीं होगी।

उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्री ध्यान दें
बाहर से आने वाले यात्रियों को 14 दिन के होम क्वारंटाइन में रहेंगे।
आगमन के छठवें दिन रिपोर्ट निगेटिव आने पर होम क्वारंटाइन खत्म होगा।
हवाई अड्डे से निकलने से पहले https://reg.upcovid.in पर अनिवार्य रूप से पंजीकरण करना होगा।
एक सप्ताह से कम समय के लिए जो यात्री आ रहे हैं उन्हें वापसी का पूरा ब्योरा और टिकट देना होगा।
किस काम से आए हैं। क्यों और कहां जा रहे हैं। इसका विवरण देना होगा। वे क्वारंटाइन नहीं होंगे।
अपने घर आने वाले यात्रियों को स्थानीय जिला प्रशासन जांच के बाद ही जाने देगा।
जिला प्रशासन ही होम क्वारंटाइन में छूट देने के लिए जिम्मेदार होगा।

उत्तर प्रदेश से जाने वाले
यूपी से अन्य राज्य जाने वालों को भी जांच से गुजरना पड़ेगा और पंजीकरण करना होगा लौटने का टिकट भी दिखाना होगा। किस काम के
लिए जा रहे इसका विवरण देना होगा।

छत्तीसगढ़ जाने वाले यात्री ध्यान दें
यात्रियों को संबंधित राज्य से प्रस्थान के पूर्व छत्तीसगढ़ सरकार के पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा।
एक बार में 20 यात्री ही विमान से बाहर निकलेंगे सभी के समानों को सैनेटाइज किया जाएगा।
जिन यात्रियों में लक्षण मिलेंगे उन्हें अलग से स्थापित किए गए पृथक कियोस्क में भेजा जाएगा।
ऐसे यात्रियों का चेक-इन बैगेज से लेकर उन्हें एम्बुलेंस तक पहुंचाने का जिम्मा ग्राउंड स्टाफ का होगा।

छत्तीसगढ़ से जाने वाले
छत्तीसगढ़ से अन्य राज्य जाने वालों को भी जांच से गुजरना पड़ेगा और पंजीकरण करना होगा- यात्रियों के बोर्डिंग पास तथा वाहन चालक के
ई-पास के आधार पर ही हवाईअड्डे में प्रवेश दिया जाएगा।

पटना जाने वाले यात्री ध्यान दें
पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों को जानकारी देने के लिए हेल्पडेस्क बनेगी।
हर आने-जाने वाले यात्री की मेडिकल स्क्रीनिंग होगी।
एयर टिकट ही वाहन पास का काम करेगा। वाहन से एयरपोर्ट तक आने के लिए टिकट जरूरी होगा।
यात्रियों को घर तक पहुंचने के लिए पर्याप्त संख्या में ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी आदि की व्यवस्था होगी।

हिमाचल और चंडीगढ़ जाने वाले यात्री ध्यान दें
रेड जोन से हिमाचल प्रदेश आने वाले हवाई यात्रियों को 14 दिन पृथक-वास में रहना होगा।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटलों में भुगतान करने पर पृथक-वास की सुविधाएं मिलेंगी।
पर्यटकों को जिले में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी और उन्हें तत्काल पृथक-वास में रखा जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के वैध पते वाले नागरिकों ही धर्मशाला के गग्गल हवाई अड्डे जाने दिया जाएगा।
चंडीगढ़ में बिना लक्षण वाले ट्रेन या हवाई यात्रियों को 14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा।

जम्मू जाने वाले यात्री ध्यान दें
जांच रिपोर्ट आने तक जम्मू और श्रीनगर आने वाले यात्रियों को संस्थागत पृथकवास में रहना होगा।
रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें 14 दिन तक गृह पृथकवास में भेजा जाएगा।।

ओडिशा जाने वाले यात्री ध्यान दें
ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को सात दिन संस्थागत और सात दिन घर में क्वारंटाइन रहना होगा।
शहर क्षेत्र में जाने वाले यात्रियों को 14 दिन घर में ही रहना होगा। इसकी निगरानी पुलिस करेगी।
72 घंटे के लिए राज्य में आने वालें अधिकारी, पेशेवर, व्यवसायी को क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा।

उत्तराखंड जाने वाले यात्री ध्यान दें
सभी यात्रियों को अनिवार्य तौर पर संस्थागत क्वारंटाइन में रहना होगा। इसके लिए किराए पर कमरा मिलेगा।
सभी यात्रियों को उत्तराखंड सरकार के वेबपोर्टल पर खुद को पंजीकृत करना होगा।
एडिशनल नोडल अधिकारी आने वाले सभी यात्रियों का नाम-पता राज्य सैटेलाइट कंट्रोलरूम को देंगे।

इन राज्यों में जाने वालों को क्वारंटाइन में रहना होगा: पंजाब, अंडमान-निकोबार, कर्नाटक, केरल, असम, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान और
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र और तेलंगाना जाने वाले यात्रियों को 7 दिन के इंस्टिट्यूशन और 7 दिन के होम क्वारंटाइन में जाना होगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन की अहम बातें
स्वस्थ होने पर ही यात्रा: कोरोना के लक्षण होने पर रेल, बस या विमान में यात्रा नहींयात्रा शुरू करते और उसकी समाप्ति पर थर्मल स्क्रीनिंग
होगी। आरोग्य सेतु एप, सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन का ध्यान रखें

लक्षण न मिले तो: बिना लक्षण वाले यात्री गंतव्य पर पहुंचने के बाद 14 दिन तक खुद स्वास्थ्य की निगरानी करेंगे। लक्षण दिखें तो उन्हें
राज्य/राष्ट्रीय कॉल सेंटर (1075) या जिला सर्विलांस अधिकारी को सूचना दें।

बुखार जैसे लक्षण पर क्वारंटाइन: यात्री में बुखार जैसे लक्षण मिले, तो क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाएगा। निकट के स्वास्थ्य केंद्र में उनकी स्थिति
की गंभीरता का आकलन होगा।

ज्यादा गंभीर लक्षण मिले तो: ज्यादा गंभीर लक्षण हों, तो सीधे कोविड अस्पताल भेजा जा सकता है। हल्के लक्षण पर घर या कोविड देखभाल
केंद्रों में क्वारंटाइन का विकल्प।

संक्रमित पाए गए तो: संक्रमित पाए जाने पर यात्री को कोविड देखभाल केंद्र में ही रहना होगा। संक्रमित न हुए तो घर जाने की छूट, सात
दिन तक सेहत की निगरानी करें। (हवाई, ट्रेन एवं बस यात्रा के लिए दिशानिर्देश)

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