पाकिस्तान: करतारपुर कॉरिडोर पर बैठक खत्म-22 नवंबर को होने वाली गुरु नानक की 550वीं जयंती

The Indian delegation headed by SCL Das, Joint Secretary (Internal Security) in Ministry of Home Affairs (in Pic 1) was received by Dr Mohammad Faisal, Spokesperson of Ministry of Foreign Affairs Pakistan, at Wagah.

भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर करतारपुर कॉरिडोर को लेकर आज अहम बैठक हुई. इसमें कॉरिडोर पर जारी गतिरोध दूर करने की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया. दोनों देशों के अफसरों के बीच द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हो चुकी है. बैठक में भारत ने पाकिस्तान के सामने श्रद्धालुओं के लिए वीजा मुक्त यात्रा की मांग रखी है
बैठक खत्म होने के बाद गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (आतंरिक सुरक्षा) एससीएल दास ने बताया,‘भारत ने डेरा बाबा नानक और आसपास के इलाकों में बाढ़ को लेकर चिंता को पाकिस्तान से अवगत कराया. तटवर्ती इलाकों में सड़क निर्माण का कार्य पाकिस्तान की तरफ से पूरा किया जा था.’ वहीं पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा कि 80 फीसदी मुद्दों पर दोनों देशों के बीच सहमति बन गई. बाकी मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच एक और बैठक किए जाने की जरूरत है. एससीएल दास ने बताया कि पाकिस्तान इस बात पर राजी हो गया है कि ननकाना साहिब में पवित्र दर्शन के लिए रोजाना 5000 श्रद्धालु जा सकते हैं

विशेष अवसर पर इनकी संख्या को घटाने बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है. बता दें कि भारत की ओर प्रतिनिधिमंडल की एससीएल दास ने अगुवाई की जबकि बैठक में पाकिस्तान की ओर से 20 प्रतिनिधि शामिल रहे जिसका नेतृत्व मोहम्मद फैसल ने किया. हालांकि बारिश के चलते वाघा बार्डर पर बैठक देर से शुरू हुई. पहले सुबह 9.30 बजे बैठक का वक्त तय था. बैठक शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान करतापुर कॉरिडोर को संचालित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सहयोग कर रहा है. गुरुद्वारा का निर्माण कार्य 70% से अधिक पूरा हो गया है.

हम उम्मीद करते हैं कि आज चर्चा सही दिशा में होगी. बहरहाल, खालिस्तान समर्थकों की बैठक में मौजूदगी को लेकर भी चर्चा होनी तय मानी जा रही है. क्योंकि पाकिस्तान ने बैठक से ठीक पहले जो चाल चली है. वो सबके सामने आ गया है.करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की तारीख तय है. इसे 22 नवंबर को होने वाली गुरु नानक की 550वीं जयंती से पहले शुरू होना है. लेकिन तैयारियां अभी भी बाकी हैं. हिन्दुस्तान ने अपने हिस्से के काम को तेजी से निपटाया है, लेकिन पाकिस्तान की बदनीयती कहिए कि वो लगातार पेच फंसा रहा है और ननकाना साहिब में पवित्र दर्शन की राह में रोड़े अटका रहा है.उन्हीं बाधाओं को दूर करने के लिए दोनों देशों में आज फिर वाघा बॉर्डर पर बैठक हुई. लेकिन जिस तरह से पाकिस्तान टालमटोल का रवैया अपनाता रहा है, वो समाधान की ओर जाता नहीं दिख रहा.

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts