पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी पर हमले की ममता पर हमले की DM-SP कर रहे जांच

पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले के मामले में चुनाव आयोग ने शुक्रवार शाम 5 बजे तक रिपोर्ट मांगी है. डीएम और एसपी ने इस मामले में मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है.

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले के मामले में चुनाव आयोग ने शुक्रवार शाम 5 बजे तक रिपोर्ट मांगी है. डीएम और एसपी ने इस मामले में मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. ममता के पैर में चोट के बाद उन्हें कोलकाता के अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. ममता बनर्जी ने चोट के बाद अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. ममता बनर्जी का आरोप है कि चार-पांच लोगों ने उनके ऊपर हमला किया. उन्हें धक्का दिया गया और जबरन कार का दरवाजा बंद करने की कोशिश भी की गई.

दूसरे तरफ इस मामले में चश्मदीदों का कहना है कि ममता बनर्जी की ओर जब भीड़ बढ़ी तो वह अपनी कार में बैठने लगीं. इसी दौरान उनका पैर कार के दरवाजे से टकरा गया जिससे वह चोटिल हो गईं. चश्मदीदों ने ममता बनर्जी पर किसी भी हमले से इनकार किया. इस मामले में टीएमसी आज राज्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात करेंगे. यह मुलाकात दोपहर 12 बजे होगी. इस बीच चुनाव आयोग ने राज्य निर्वाचन अधिकारी से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. यह रिपोर्ट कल शाम 5 बजे तक मांगी गई है.

बीजेपी ने बताया ड्रामा
बीजेपी का इस मामले में कहा है कि ममता बनर्जी ड्रामा कर रही हैं. बीजेपी समर्थक भी मौके पर पहुंच गए हैं और दावा कर रहे हैं कि किसी ने ममता बनर्जी पर हमला नहीं किया है. बीजेपी कार्यकर्ता सुकुमार मैती ने कहा कि किसी ने मामता को धक्का नहीं दिया, वह झूठ बोल रही हैं, उनका दरवाजा खुला था, जब वह पोल से टकरा गईं, वह झूठ बोल रही हैं. बीजेपी ने ममता बनर्जी पर नाटक करने का आरोप लगाया. सीएम की सुरक्षा के दौरान इस तरह के हमले को लेकर बीजेपी ने दीदी पर निशाना साधा और इसे हार से पहले की हताशा बताया. इतना ही नहीं बीजेपी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग भी कर डाली.

चश्मदीदों की जुबानी
नंदीग्राम में मौके पर मौजूद एक छात्र सुमन मैती ने कहा, ‘जब सीएम यहां आए थे, तो जनता उनके चारों ओर इकट्ठा हो गई थी. उस समय उनकी गर्दन और पैर में चोट लगी थी. उन्हें धक्का नहीं दिया गया था. कार धीरे-धीरे चल रही थी.’ मौके पर मौजूद एक अन्य चश्मदीद चितरंजन दास ने कहा, ‘मैं वहीं पर था. मुख्यमंत्री लोगों का अभिवादन कर रही थीं. वह कार के अंदर बैठ चुकी थीं, लेकिन दरवाजा खुला हुआ था. तभी दरवाजा एक पोस्टर से टकराकर बंद हो गया. किसी ने धक्का नहीं दिया. दरवाजे के आसपास कोई नहीं था.’

पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे  और शेयर करें

आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें यूट्यूब और   पर फॉलो लाइक करें

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts