AAP के पूर्व नेताओं ने ट्विटर पर सीएम केजरीवाल को सुनाई खरी-खोटी

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए अपने तीनों कैंडिडेट के नामों का ऐलान कर दिया है. पार्टी की ओर से  संजय सिंह, एनडी गुप्‍ता और सुशील गुप्‍ता राज्‍यसभा उम्‍मीदवार होंगे. इस घोषणा के बाद से उम्मीद की जा रही थी की पार्टी में मचे घमासान पर विराम चिन्ह लगेगा, मगर नतीजे इसके उलट दिख रहे हैं. राज्यसभा का टिकट नहीं मिनले पर कुमार विश्वास का भी दर्द छलका है और उन्होंने अपने शब्द बाण के जरिये सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा है. इतना ही नहीं, आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ चुके संस्थापक सदस्यों ने भी पार्टी के इस फैसले पर हैरान जताई है और पार्टी को काफी भला-बुरा सुनाया है. सोशल मीडिया पर पार्टी के पूर्व नेताओं ने सीएम केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है और मजाक उड़ाया है.

आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर एक के बाद एक ट्वीट के जरिये केजरीवाल के खिलाफ जमकर हल्ला बोला है. उन्होंने पहला ट्वीट किया कि ‘मिलिए आम आदमी के प्रतिनिधि, महान समाज सेवी, परम् आदरणीय, केजरीवाल प्रमाणित,  AAP के अगले राज्यसभा सांसद श्री श्री 108 श्री सुशील गुप्ता जी.’ इस तस्वीर के जरिये कपिल ने केजरीवाल पर सीधा निशाना साधा है.

एक अन्य ट्वीट में कपिल मिश्रा ने लिखा ‘ पहली बार दिल्ली से मुस्लिम या दलित में से कोई प्रतिनिधि राज्यसभा नहीं जाएगा. केजरीवा के लिए मुस्लिम और दलित सिर्फ वोट बैंक और कार्यकर्ता केवल यूज एंड थ्रो. मैं इसका विरोध करता हूं. कल 9 बजे से राजघाट पर विरोध स्वरूप मौनव्रत.’ “एक और ट्वीट में कपिल ने लिखा ‘ गधे हंस रहे ‘आम आदमी’ रो रहा है. AAP में देखो ये क्या हो रहा है. घोड़ों को मिलती नहीं घास देखो, गधे खा रहे हैं च्यवनप्राश देखो.”      “आम आदमी पार्टी के इस फैसले पर पार्टी के पूर्व नेता और स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने भी हमला बोला है. योगेंद्र ने ट्विटर पर लिखा कि ‘पिछले तीन साल में मैंने ना जाने कितने लोगों को कहा कि अरविंद केजरीवाल में और जो भी दोष हों, कोई उसे ख़रीद नहीं सकता. इसीलिए कपिल मिश्रा के आरोप को मैंने ख़ारिज किया. आज समझ नहीं पा रहा हूं कि क्या कहूं? हैरान हूं, स्तब्ध हूं, शर्मसार भी.”   “वहीं, आम आदमी पार्टी के सक्रिय सदस्य रह चुके मयंक गांधी ने भी ट्वीट कर इस फैसले पर अपनी नाराजगी जताई है. उन्होंने ट्वीट किया ‘ सोचें. सुशील गुप्ता को क्यों चुना गया? अब आम आदमी पार्टी और बसपा में कोई अंतर नहीं है. यह नेतृत्व समर्थित नहीं है. मैं आज बिना किसी शंका के कह सकता हूं कि आम आदमी पार्टी भ्रष्ट हो चुकी है. सांप्रदायिक और कास्ट वोट बैंक की राजनीति के बाद हमने अंतिम पड़ाव भ्रष्टाचार को भी पार कर लिया है. “

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