पाकिस्तान: लोगों ने योग को अपनी लाइफस्टाइल में कर लिया है शामिल

भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में भले ही चाहे जितनी कड़वाहट हो लेकिन भारतीय योग वहां तेजी से अपने पैर पसार रहा है. बगीचों और पार्कों में लोग सुबह-सुबह ग्रुपों में योगासन करते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि कई जगहों पर तो बाकायदा योग शिविर भी आयोजित होते हैं जिनमें पुरुष और महिलाएं साथ-साथ भाग लेती हैं. यही नहीं पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी पिछले तीन सालों से मनाया जा रहा है.

न्यूयॉर्क टाइम्स में बीना शाह (लेखिका) के एक लेख के मुताबिक पाकिस्तान में योग की शुरुआत 1980 में हुई थी. वह दौर सख्त इस्लामीकरण वाला था. उस समय पाकिस्तान में भारत के खिलाफ नफरत चरम पर थी. उस हर बात को सिरे से खारिज कर दिया जाता था जिसमें भारत या फिर हिन्दुवाद की बात होती हो. लेकिन उसी बीच जब प्रोफेसर मोइज हुसैन मुंबई से योग सीख वापस कराची गए तो उन्होंने अपना खुद का एक योग इंस्टीट्यूट खोला. बताया जाता है कि उनके इंस्टीट्यूट में तमाम ऐसी महिलाएं योग सीखती रहीं जो खुद को मानसिक और शारीरिक तौर पर सेहतमंद रखना चाहती थीं.

लेख में आगे लिखा गया है कि कुछ सालों बाद योग का प्रचार शारीरिक लाभ के लिए बेहतर बता कर किया गया. बाद में 90 के दशक में टीवी चैनलों पर सुबह योग का प्रसारण होने लगा. जिसके बाद पाकिस्तानी समाज में धीरे-धीरे योग को जगह मिलने लगी. टीवी के जरिए दर्शकों को यह बताया गया कि योग के जरिए सांस लेने और शरीर का लचीलापन देने से क्या फायदे होते हैं.
जिसके बाद पाकिस्तान में सार्वजनिक उद्यानों में योग की शुरुआत सुबह के शिविरों से होने लगी. इसके साथ ही कुछ गुरुओं ने योग, ध्यान और इस्लामिक रिवाजों में तुलनात्मक समानताएं बताईं. जिसमें सूर्य नमस्कार के आसन और इस्लामिक प्रेयर की शारीरिक गतिविधियां भी शामिल हैं. इससे यह फायदा हुआ कि मध्यमवर्गीय परिवारों का झुकाव योग की तरफ होने लगा.

बीना शाह के लेख के मुताबिक अब पाकिस्तान में योग का तेजी से प्रसार हो रहा है. उत्तर से दक्षिण तक सभी शहरों में योग के शिविर लग रहे हैं. बच्चे स्कूलों में और बड़े लोग बगीचों में योग करते देखे जा सकते हैं. आज पाकिस्तान के हर शहर में लोग योग करने लगे हैं.

बीना शाह को एक पाकिस्तान के एक योग गुरू शमशाद हैदर ने बताया कि पंजाब प्रांत में उनके 50 योग शिविर लगते हैं. उत्तर में त्रिफाल से लेकर दक्षिण में कराची तक लोगों ने योग को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल कर लिया है. अब पाकिस्तान में कई युवा योग गुरू भी हैं जो भारत, थाइलैंड, बाली (इंडोनेशिया), उत्तरी अमेरिका और ब्रिटने से योग की ट्रेनिंग लेकर आए हैं. कराची के कुछ योग गुरू ‘इंटरनेशनल योगा अलायंस’ के साथ फेसबुक के माध्यम से लोगों को योग के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

लेख के मुताबिक आज के दौर में पाकिस्तान अपनी सांस्कृतिक जड़ों और धरोहरों से दोबारा जुड़ने की कोशिश कर रहा है. इतिहासकार बच्चों को देश के प्राचीन इतिहास, धर्म और संस्कृति के बारे में पढ़ा रहे हैं

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