जम्मू-कश्मीर: फिर से जम्मू-कश्मीर में भेजे जा रहे 25,000 सैनिक और सैनिक पूर्व में जा चुके 10,000

करीब एक हफ्ते पहले सरकार ने जम्मू-कश्मीर में 10,000 अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की बात कही थी. जिसके बाद से इतनी बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती को लेकर कयास लगाए जाने लगे थे.

जम्मू-कश्मीर में 25,000 जवान और भेजे जाने की ख़बर सामने आई है. इससे पहले केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने घाटी में 100 कंपनियों को भेजने की बात कही थी. पैरामिलिट्री फोर्स के इन जवानों को घाटी में और सैनिक भेजने के लिए सरकार की ओर से मौखिक आदेश जारी किए गए हैं. सूत्रों ने बताया है कि सिर्फ पिछले 4 दिनों में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (CAPF) की 281 कंपनियां जम्मू-कश्मीर में पहुंच चुकी हैं.

बता दें कि करीब एक हफ्ते पहले सरकार ने जम्मू-कश्मीर में 10,000 अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की बात कही थी. जिसके बाद से ही जम्मू-कश्मीर में इतनी बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती को लेकर सवाल उठने और कयास लगाए जाने का दौर शुरू हो गया था.

पिछले हफ्ते ही तैनात की गई थी 100 कंपनियां
पिछले सप्ताह सरकार ने 100 कंपनियां तैनात किए जाने के पीछे आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को और मजबूती देने की वजह बताई थी. इसमें सीआरपीएफ की 50, बीएसएफ की 10, एसएसबी की 30, आईटीबीपी की 10 कंपनियां तैनात की जाने वाली थीं. बताते चलें कि बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अनुच्छेद 35A को हटाने की अटकलों से साफ इंकार कर दिया था. उन्होंने स्पष्ट किया था कि इस तरह की कोई भी योजना नहीं है.

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी दो दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर
इस दौरान अमरनाथ यात्रा को भी 4 अगस्त तक के लिए रोक दिया गया है. सरकार का कहना है कि खराब मौसम के चलते ऐसा किया गया है. हालांकि मौसम विभाग ने मौसम में किसी बड़े बदलाव की बात नहीं कही है. आधिकारिक सूत्रों ने यह भी बताया है कि यात्रा की सुरक्षा में लगे कुछ जवानों की भी लोकेशन बदली गई है और उन्हें घाटी में सुरक्षा पर लगाया गया है. अमरनाथ यात्रा में करीब 400 टुकड़ी यानि 40 हजार जवानों की तैनाती की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घाटी में तैनात जवानों से किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैनात रहने को भी कहा गया है.

सेना प्रमुख बिपिन रावत भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे. वे अगले दो दिन कश्मीर में ही रहेंगे. पिछली बार 10 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के जम्मू-कश्मीर दौरे से लौटने के बाद की गई थी.

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