कश्मीर में भारतीय सेना का ऑलआउट मिशन

सुरक्षा बलों ने सोमवार को उत्तर कश्मीर में रात भर चली मुठभेड़ में लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया. इसके साथ ही उत्तर कश्मीर में इस साल ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ में ढेर हुए आतंकियों की संख्या 111 हो गई है. जम्मू और कश्मीर में इस साल अब तक कुल 210 आतंकी ढेर हुए हैं. राज्य के सभी क्षेत्रों में जहां सबसे ज्यादा आतंकी उत्तर कश्मीर में मारे गए. वहीं, दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के शीर्ष कमांडर सबसे ज्यादा ढेर हुए.

उनीसू हंदवाड़ा में सोमवार रात को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को जिंदा पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उसने भी बाद में दम तोड़ दिया. उत्तर कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट में सबसे ज्यादा 49 आतंकी कुपवाड़ा में मारे गए. इसके बाद हंदवाड़ा में 40 और बांदीपोरा में 22 आतंकी ढेर हुए.

हालांकि दक्षिण कश्मीर में अब भी स्थानीय आतंकियों की गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है. ऑपरेशन ऑल आउट के तहत दक्षिण कश्मीर में भी सुरक्षा बलों ने आतंकियों के शीर्ष कमांडरों को अंजाम तक लाने के लिए रणनीति बनाई है.

– सब्जार अहमद बट, हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर, 27 मई 2017 को ट्राल में ढेर.

– जुनेद मट्टू, लश्कर आतंकी, अनंतनाग में 16 जून 2017 को मारा गया.

– बशीर लश्करी, 10 लाख का इनामी, 1 जुलाई 2017 को ढेर, लश्करी ने एसएचओ फिरोज अहमद डार समेत 6 पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश रची थी.

– अबू दुजाना, लश्कर का पूर्व आतंकी जिसने बाद में गजावत उल हिंद के जाकिर मुसा से हाथ मिला लिया था. दुजाना 1 अगस्त 2017 को अनंतनाग में मारा गया.

– यासिन यट्टू उर्फ महमूद गजनवी शोपियां के अवनीरा में अपने दो गुर्गों के साथ मारा गया.

– यावर बशीर वानी, अनंतनाग में आतंकियों का डिस्ट्रिक्ट कमांडर, कुलगाम में 4 दिसंबर को ढेर.

– फुकरान, दक्षिण कश्मीर में अबू इस्माइल की जगह लेने वाला आतंकी काजीगुंड में यावर के पास मारा गया.

– अबू हारिस, लश्कर का आतंकी, बांदीपुरा के हाजिन में मुठभेड़ में मारा गया. इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हुई थी. आतंकियों की गोलीबारी में तीन आतंकी शहीद हुए थे. इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के जाबांज कमांडेट चेतन चीता को 9 गोलियां लगी थीं.

– सजाद अहमद गिलकर, डीएसपी मुहम्मद अयूब पंडित की हत्या में अहम रोल निभाने वाला गिलकर जुलाई में ढेर

– खालिद, जैश का शीर्ष आतंकी, बारामूला में ढेर

– महमूद भाई, लश्कर का आतंकी 18 नवंबर को बांदीपोरा में मारा गया.

– मुजामिल, लश्कर का डिविजनल कमांडर 30 नवंबर को बारामूला में मारा गया

आंकड़े बताते हैं कि उत्तर कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकियों की ओर से सबसे ज्यादा घुसपैठ की कोशिश होती हैं. नियंत्रण रेखा के पास 70 फीसदी से ज्यादा सुरक्षा बलों के ऑपरेशन हुए. सबसे ज्यादा घुसपैठ की कोशिशें मई और जून में हुईं.

आज तक/इंडिया टुडे के पास मौजूद दस्तावेज के आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण कश्मीर में सबसे ज्यादा आतंकी सक्रिय हैं. लेकिन सुरक्षा बलों ने कामयाबी के साथ स्थिति को पलट दिया है. इस साल अभी तक सुरक्षा बलों ने जम्मू और कश्मीर में कुल 210 आतंकियों को ढेर किया है.

जहां तक दक्षिण कश्मीर की बात है तो पुलवामा में सबसे ज्यादा 36 आतंकी मुठभेड़ों में मारे गए हैं. इसके बाद अनंतनाग में 15 आतंकी ढेर हुए. कुलगाम में 14 और शोपियां में 8 आतंकी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ों में मारे गए.

सबसे कम मुठभेड़ मध्य कश्मीर में हुईं जहां 20 आतंकी मारे गए. जम्मू जबकि राज्य में सबसे शांत क्षेत्र बना हुआ है यहां सुरक्षा बलों के ऑपरेशन्स में 5 आतंकी ढेर हुए.

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