पपीते के पत्तों के रस के क्या-क्या फायदे हैं? क्या यह डेंगू में भी लाभकारी है?

पपीते के पत्ते के जूस डेंगू के लक्षणों को कम करने, बुखार को ठीक करने, पाचन को ठीक रखने, सूजन का इलाज करने, त्वचा की सुंदरता को बढ़ाने, फटी एड़ियों को ठीक करने, रक्त को शुद्ध करने, डायबिटीज़ व कोलेस्ट्रॉल को कम करने, कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने में बालों को स्वस्थ्य रखने में और पीरियड्स के दर्द को कम करने में फायदेमंद हैं।

डेंगू की रामबाण दवा : पपीते की पत्तों का जूस डेंगू और मलेरिया के पेशेंट्स के लिए बहुत लाभकारी रहता है। यह बुखार में कम हो रही प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करता है।
रक्त को शुद्ध करने में : इसमें विटामिन ए, बी, सी और खनिज पदार्थ के रूप में कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन आदि भी होते हैं। पपीते की पत्तियों में सैपोनिन (saponins), टैनिन (tannins), अल्कलॉइड और फ्लेवोनोइड जैसे फाइटोकैमिकल्स (alkaloids, and flavonoids) की अच्छी मात्रा होती है। ये सभी घटक शरीर में रक्त को शुद्ध करने में मदद करते हैं।
कॉलेस्ट्रॉल कम करने में : यदि आप अपने शरीर में मौजूद अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करना चाहते हैं तो पपीते के पत्ते के जूस का सेवन कर सकते हैं।

डायबिटीज के रोगी के लिए : पपीते के पत्ते के रस बहुत ही लाभकारी होता है। पपीते के पत्तों और बीज के रस में पॉलीफेनोल, सैपोनिन आदि की अच्छी मात्रा होती है।
इंफेक्शन से बचाने में : पपीते के पत्ते का जूस हमारे शरीर में इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ हमारे शरीर में बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकने में मदद करती है।

कैंसर सेल्स को रोकता है : कैंसर के पेशेंट्स के लिए पपीते के पत्ते किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें कैंसररोधी गुण होते हैं जो कि इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं और कैंसर के सेल्स को बनने से रोकते हैं।
पीरियड्स के दर्द को छू मंतर : पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में भी पपीते के पत्ते मददगार है। इसके लिए पपीते की पत्तों को इमली, नमक और एक ग्लास पानी के साथ मिलाकर काढ़ा बनाएं। ठंडा करके इस काढ़े को पीने से काफी आराम मिलता है।
इसके अलावा यह पाचन को ठीक रखने और बालों को हेल्थी रखने में भी मददगार है।
कुछ विशेष परिस्थितियों में कुछ लोगों के लिए पपीते के पत्ते के रस का उपयोग हानिकारक भी हो सकता है।

जो महिलाएं गर्भवती हैं या गर्भाधारण करना चाहती हैं उन्हें पपीते के पत्ते के रस का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि यह गर्भापात का कारण बन सकता है।
कुछ लोगों को पपीते के पत्ते का जूस पीने से एलर्जी हो सकती है। इसलिए अधिक मात्रा में पपीते के पत्ते के रस का सेवन करने से बचना चाहिए।
यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो पपीते के जूस का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
कुछ लोगों की त्वचा पपीते की पत्तियों के रस के प्रति संवेदनशील होती हैं। परिणाम स्वरूप उपयोग करने पर यह त्वचा में चकते, जलन आदि पैदा कर सकता है।

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