मुनक्का खाने के क्या फायदे हैं,खाने के सही तरीके क्या हैं ?

मुनक्का खाने के फायदे तथा 26 बेहतरीन औषधीय गुण

मुनक्का (Raisin) या दाख न केवल कई बीमारियों को दूर रखता है बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है इसीलिए आयुर्वेद में तो इसे औषधीय गुणों का भंडार बताया गया है। मुनक्का के स्वास्थ्य वर्धक गुण इसमें मौजूद शर्करा (ग्लूकोज) की मात्रा से है। इसमें अंगूर की तुलना में आठ गुना अधिक शर्करा रहती है। इसमें मौजूद शर्करा अंगूर की तरह उत्तम प्रकार की होती है, क्योंकि इस शर्करा का अधिकतर हिस्सा ग्लूकोज और फलों की शर्करा से बनता है। जैसा कि आपको पता ही होगा की, ग्लूकोज शरीर को जल्दी ऊर्जा देने का काम करता है। इसलिए मुनक्का कमजोरी और बीमारियों के सभी मामलों में कारगर है। यूरोप में कई पुराने रोगों से पीड़ित रोगी कुछ समय तक केवल मुनक्के का सेवन करते हैं। यह स्वयं में एक उपचार है और इसे ‘मुनक्का उपचार’ कहा जाता है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि इस तरह एक महीना मुनक्का लेने से स्वास्थ्य में सुधार होता हैं। सभी ड्राई फ्रूट्स बहुत पौष्टिक तथा शरीर में बहुत ताकत देने वाले होते हैं। प्रोटीन से भरपूर सूखे मेवों में फाइबर, फाइटो न्यूट्रियंट्स एवं एन्टी ऑक्सीडेण्ट्स जैसे विटामिन ई एवं सेलेनियम के अच्छे स्रोत होते है ।

मुनक्का और दूध – मुनक्के को कई तरीकों से लिया जा जाता है। दूध के साथ लेने पर यह बहुत उपयोगी है। ये दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं, क्योंकि दूध में पर्याप्त प्रोटीन रहता है और मुनक्कों में शर्करा । इसी प्रकार काजू, अखरोट, मूंगफली इत्यादि के साथ लेना भी उपयोगी होता है। मुनक्का सलाद, बेकरी, मिठाइयो में भी काफी प्रयोग किया जाता है। जैम, जेली, केक व पुडिंग आदि बनाने में भी इसका व्यापकता से प्रयोग किया जाता है।

मुनक्का कैसे बनता है – मुनक्का अंगूर को एक खास तरीके से सुखाकर बनाया जाता है यह दो प्रकार का होता है लाल मुनक्का और काला मुनक्का | इसका इस्तेमाल अलग-अलग तरीकों से कई बीमारियों के इलाज में भी किया जा सकता है मुनक्के की तासीर गर्म होती है | तो आइए जानते हैं कुछ घरेलू नुस्खे |

मुनक्का के लाभ तथा औषधीय गुण

मुनक्का खाने के लाभ

मुनक्के के गुण शरीर की अम्लीयता (एसिड) को संतुलित करने में सहायक है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में अध्ययन से मालूम हुआ है कि करीब 5 औंस मुनक्का प्रतिदिन खाने ने से पेशाब की अम्लीयता काफी कम हो जाती है। तथा शरीर में अमोनिया भी कम हो जाता है।
एसिडिटी से छुटकारा दिलाने में मुनक्का अहम रोल निभाता है। मुनक्के को पूरी रात पानी में भिगो दें और फिर इस पानी को रोज़ाना पीएं। बहुत लाभ मिलेगा |
फेफड़ो को स्वस्थ रखने के लिए मुन्न्क्के के 15 दाने रात में 150 मि.ली पानी में भिगोएं। सुबह इसके बीज निकालकर मुनक्के को खाएं। साथ ही मुनक्के का पानी भी पीएं। इसका सेवन लगातार 1 महीने तक करें।
कब्ज : यह कब्ज के उपचार में बहुत लाभकारी है। इसे एक गिलास स्वच्छ पानी में चौबीस घंटे भिगोकर रखना चाहिए। इससे ये मुनक्के अंगूर के आकार के हो जाएँगे। इनसे बीज निकालकर सुबह-सुबह खाना चाहिए। जिस पानी में मुनक्का भिगोया गया था उस पानी को भी पीना चाहिए। दूसरा उपाय यह है की गुलकंद 2 बड़ा चम्मच, मुनक्का 4, सौंफ आधा चम्मच इन सबको एक कप पानी में उबालकर पी जाएं यह भी कब्ज के लिए अच्छा उपाय है |

आँत की क्रिया ठीक रखने के लिए इसका पानी शिशुओं को भी दिया जा सकता है। बच्चे की उम्र के मुताबिक छह से दस मुनक्के उबलते पानी में डालकर, थोड़ी देर रखकर ठंडा होने दें। मुनक्के को अच्छी तरह से पीसकर, पानी में उसका रस निकालकर बच्चे को दिया जाता है। छोटे बच्चों को इसके पानी को छानकर देना चाहिए, ताकि मुनक्का का छिलका इनके पेट को खराब न कर दे।
एनीमिया : आसानी से घुलनेवाले लौह का प्रचुर स्रोत होने के कारण यह खून बढ़ाता है। अतः खून की कमी रोग में यह बहुत लाभकारी है। रक्त में हीमोग्लोबिन तत्त्व की कमी के कारण होने वाली रक्ताल्पता में खूबानी के साथ ही रात्रि को मुनक्का फुला दें। सुबह उसी पानी में इन्हें खूब मसलकर रोगी को पिलाने से जल्दी ही हीमोग्लोबिन की मात्रा में बढ़ोतरी होती है। खूबानी में पाया जानेवाला आयरन शरीर में पहुँचते ही लाभ पहुंचाना शुरू कर देता है।
दुबलापन : जो व्यक्ति अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए मुनक्का उत्तम है।
बुखार में : मुनक्का सर्दी-जुकाम या बुखार में दवा का काम करता है। मुनक्के को पानी में भिगोकर समान मात्रा के पानी में पीसकर फिर छान लेना चाहिए। इस तरह बनाया गया मुनक्का पानी टॉनिक का कार्य करता है। इसके स्वाद और गुण को बढ़ाने के लिए इसमें थोड़ा नींबू का रस मिला लेना चाहिए। दूध में बीज निकालकर सात आठ मुनक्के उबालकर भी पी सकते है |
मुंह में छाले हो जाने पर इसके उपचार हेतु 8 से 10 दाने रात को भिगोकर रख दें। सुबह मुनक्का फूल जाने पर इसे चबा-चबाकर खायें। रोज सुबह इसको खाने से मुंह के छाले व जख्म ठीक हो जाते हैं।
शरीर में सुस्ती रहती होतो 20 ग्राम मुनक्के को गर्म दूध के साथ सुबह लें।

चक्कर आने की समस्या में –250 ग्राम दूध में सात मुनक्का उबालकर रात को रोजाना पीने से कमजोरी से चक्कर आने की समस्या दूर हो जाती हैं।
दमा की बीमारी में 250 ग्राम दूध, 250 ग्राम पानी, 12 मुनक्का बीज निकालकर, पीसकर सबको मिलाकर उबालें। जब उबालते-उबालते आधा पानी रह जाये तब इसमें पिसी हुई दस कालीमिर्च, एक चम्मच मिश्री मिलाकर गर्मा-गर्म रोजाना एक बार पिलायें। दमे में यह बहुत लाभकारी है।
मलेरिया –एक गिलास दूध में आठ मुनक्का, आधा चम्मच सोंठ डालकर उबालकर रोजाना सुबह-शाम पियें। मलेरिया बुखार की वजह से होने वाली कमजोरी तथा साइड इफ़ेक्ट कम हो जायेंगे |
ह्रदय रोग में – एक गिलास दूध में 8 से 10 मुनक्का उबाल लें। और इसे पियें इससे ह्रदय रोगों से आराम मिलता है। 1 मुनक्के में लगभग 1 ग्राम का चौथाई भाग भुनी हुई हींग डालकर सुबह पानी के साथ लें। यह दिल में खिंचाव, बोझ, अधिक धड़कन में लाभदायक है।
लो ब्लड प्रेशर : 20 ग्राम काला चना और 25 दाने किशमिश या मुनक्का रात को ठण्डे पानी में भिगो दें। सुबह रोजाना खाली पेट खाने से निम्न रक्तचाप में लाभ होगा और साथ ही साथ चेहरे की चमक बढ़ जाती है।
बच्चों के लिए – बच्चों में ज्यादातर देखने में आता है कि कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की वजह से वे बार-बार बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे में यदि वे दिन में 5 से 6 मुनक्कों का सेवन रोज कर लें तो उनका शरीर स्वस्थ रहने के साथ उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाएगी।
महिलाओं को मासिक धर्म की वजह से खून की कमी हो जाती है। उनके लिए मुनक्का बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि मुनक्का आयरन का मुख्य स्रोत है और मुनक्का खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा भी बढ़ती है।
जिन बच्चों को रात में बिस्तर में पेशाब करने की समस्या होती है, उन्हें 2 मुनक्के के बीज रात को एक हफ्ते तक खिलाने से वे रात को बिस्तर गीला नहीं करते।

मुनक्का आँखों बालों तथा त्वचा के लिए भी लाभदायक है | काला मुनक्का शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है और त्वचा को साफ और चमकदार बनाये रखता है।
सूखी खांसी के लिए– मुनक्का, मुलहठी, बादाम की गिरी, समान भाग लेकर बारीक पीसकर चने के बराबर की गोलियां बना लें। दो-दो गोलियाँ दिन में चार बार मुंह में डालकर चूसें (मुनक्का के बीज निकाल दें ).
टायफायड रोग में : मुनक्के के तीन दाने, उन्नाव दो दाने खूब कलां तीन ग्राम तथा मिसरी 10 ग्राम-सब वस्तुएं पीसकर 100 ग्राम पानी में मिलाएं। इसे छान लें। अब इसके इसके चार बराबर हिस्से करके दिन में तीन-चार बार पिलाए।
मुनक्के और शहद के फायदे

मुनक्का

मुनक्के और शहददोनों में पाए जाने वाले आयरन, कैल्शियम जैसे न्यूट्रिएंट्स कई शारीरिक कमियों को दूर करने में मदद करते हैं।
मुनक्के को शहद के साथ मिलाकर खाने से शरीर में खून का संचालन ठीक होता है |
मुनक्के और शहद एक साथ लेने से कॉलेस्ट्रॉल का लेवल को कम होता है |
मुनक्के और शहद घाव में इन्फेक्शन होने से रोकता है तथा पुराने संक्रमण को भी ठीक करता है जिससे घाव जल्दी भर जाता है।
दिमाग ताकत बढ़ाने के लिए मुन्नके की रेसेपी

बबूल का गोंद आधा किलो शुद्ध घी में तल कर फुला लें और ठण्डे करके बारीक पीस लें । इसके बराबर मात्रा में पिसी मिश्री इसमें मिला लें । बीज निकाली हुई मुनक्का 250 ग्राम और बादाम की छिली हुई गिरी 100 ग्राम-दोनों को पीसकर इसमें मिला लें । बस रेसेपी तैयार है। सुबह नाश्ते के रूप में इसे दो चम्मच (बड़े) यानि लगभग 20-25 ग्राम मात्रा में खूब चबा-चबा कर खाएं । साथ में एक गिलास मीठा दूध चूंट-घूट करके पीते रहें । इसके बाद जब खूब अच्छी भूख लगे तभी भोजन करें। यह रेसेपी शरीर के लिए तो पौष्टिक है ही, साथ ही दिमागी ताकत और तरावट के लिए भी बहुत गुणकारी है । पढने लिखने वाले छात्र-छात्राओं को इसका सेवन जरुर करना चाहिए इससे उनकी याद रखने की क्षमता विकसित होती है।

सोर्स – मुनक्का गूगल इमेज ।

100 ग्राम मुनक्का या किशमिश में मिलने वाले प्रोटीन, मिनरल्स और सारे पोषक तत्वों को हम अलग- अलग चार्ट के माध्यम से नीचे वर्णित करेंगे जो निम्नवत है-

उर्जा—— 299 किलो ग्राम

कार्बोहाइड्रेट——79.18 ग्राम

शुगर—59.19 ग्राम

फैट——0.46 ग्राम

प्रोटीन——3.07 ग्राम

डाइटरी फाइबर——3.7 ग्राम

मुनक्का में बहुत सारे मिनरल्स भी पाए जाते है जिनमे अलग अलग पोषक तत्वों की मात्रा होती जो निम्नलिखित है-

मैग्नीशियम——32 मिली ग्राम

सोडियम——11 मिली ग्राम

पोटैशियम——749 मिली ग्राम

जिंक—0.22 मिली ग्राम

फॉस्फोरस—101 मिली ग्राम

मैगनीज——0.299 मिली ग्राम

कैल्शियम——50 मिली ग्राम

आयरन——1.88 मिली ग्राम

मुनक्का में विटामिन्स की भी बड़ी तादाद पाई जाती है, इसमें मिलने वाले हर विटामिन की अपनी एक मात्रा होती है जो निम्न तालिका मे दर्शित किया गया है-

फ्लोराइड——233.9 माइक्रो ग्राम

विटामिन के——3.5 माइक्रो ग्राम

विटामिन ई——0.12 मिली ग्राम

विटामिन सी——2.3 मिली ग्राम

कोलिने——11.1 मिली ग्राम

थायमिन बी 1——0.106 मिली ग्राम

राइबोफ्लेविन बी 2——0.125 मिली ग्राम

नैअसिन बी 3——0.766 मिली ग्राम

पैंटोथेनिक एसिड बी 5——0.095 मिली ग्राम

विटामिन बी 6——0.174 मिली ग्राम

फोलटे बी 9——5 माइक्रो ग्राम

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts